NUEPA नई दिल्ली के शोध कार्य हेतु बैठक दिनांक 11 अक्टूबर 2018 राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रबंधन संस्थान नई दिल्ली द्वारा छत्तीसगढ़ में शोध कार्य का संचालन किया जा रहा है शोध कार्य की शीर्षक है Critical Assesemnt Of PArticipation Of Children (6-14 age group) in Urban Slum Of Raipur |
उक्त शोध कार्य द्वारा रायपुर शहर में स्थित गंदी बस्तियों झुग्गी झोपड़ी में निवासरत बच्चों के विद्यालय में प्रवेश नामांकन ठहराव सहभागिता आदि मुद्दों पर विश्लेषणात्मक अध्ययन किया जा रहा है शोध कार्य में रायपुर शहर के अंतर्गत खम्हारडीह काली माता कूपर वीरभद्र नगर एवं गोगांव असलम अंतर्गत बस्तियां सम्मिलित है उक्त बस्तियों अंतर्गत निवास परिवारों के बच्चों की स्कूल में सहभागिता पर शोध कार्य का संचालन न्यूपा नई दिल्ली द्वारा डॉ. सुनीता चुग प्राध्यापक के नेतृत्व में किया जा रहा है डॉ. चुग द्वारा दिनांक 11 अक्टूबर 2018 को सिन्हा के क्षेत्र अंतर्गत स्थित महाविद्यालयों की प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की बैठक लेकर उन्होंने शुभ कार्य के संचालन हेतु सलाह-मशविरा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए उक्त शोध कार्य हेतु महाविद्यालय द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है |
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय सीटीई रायपुर के सभागार में आज दिनांक6 /10/ 2018 को निः शुल्क मेगा सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें पाथ आई. ए .एस एकेडमी के निर्देशक श्री हामिद खान एवं टीम द्वारा कैरियर गाइडेन्स से संबंधित व्याख्यान दिया गया। श्री खान ने बताया कि शिक्षक द्वारा कैसे बच्चो को कक्षा नवमी से ही विषय चयन की जानकारी प्रदान कर दी जाए और विषय चयन पश्चात उससे संबंधित कैरियर के दिशा निर्देश दे दिए जाएं ताकि बच्चा सही समय पर सही निर्णय ले पाए और रोज़गार उन्मुख शिक्षा ग्रहण कर सके। साथ ही आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ क्षेत्रों जैसे एनर्जी ,फ़ूड प्रोसेसिंग और वाटर इंडस्ट्री ,एग्रीकल्चर में रोजगार हेतु आवश्यक डिप्लोमा या डिग्री कोर्सेज के लिए प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने मुख्य रूप से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी हेतु क्या और कब करे इस पर ही बात की और अंत मे छात्राध्यपको के विभिन्न प्रश्नों के जवाब भी दिए।
उक्त कार्यक्रम के संयोजक श्री टी .पी .देवांगन (सहा. प्राधायापक) और डॉ सीमा अग्रवाल (सहा. प्राध्यापक) रहे।
आज के समय मे हर व्यक्ति किसी न किसी शारीरिक समस्या से परेशान है जिसका निवारण वह तुरंत और जड़ से भी चाहता है इसी संदर्भ में
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (सी. टी .ई )रायपुर में 04/10/2018 एक्यूप्रेशर और एक्युपंक्चर थेरेपी से विभिन्न समस्यायों के समाधान हेतु विशेषज्ञों बलबीर सिंह और टी पी संदीप द्वारा व्याख्यान दिया गया ।साथ ही हाथों एवं पैरों में स्थित पॉइंटस के विषय मे जानकारी भी प्रदान की गई ।साथ ही इसकी विस्तृत जानकारी लेने हेतु कोर्सेज के बारे में भी बताया ।
उपरोक्त आयोजन प्रभारी प्राचार्य श्री पी. सी .राव और सभी अकादमिक सदस्यों की उपस्थिति में हुआ।
अंत मे छात्राध्यपको ने इंस्टैंट थेरेपी ली और कुछ उपकरण भी खरीदे ।
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (सी टी ई )रायपुर के सभागार में दिनांक 1/10/18 गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर गांधी-एक यात्रा नाटक का मंचन किया गया जिसमें बी .एड और एम. एड के छात्राध्यापको ने विभिन्न भूमिकाओं का निवर्हन किया।मंचित दृश्यों में प्रमुख थे-बालक मोहन का अंधेरे में डर जाना,हरिश्चंद्र के नाटक से प्ररित होकर आजीवन सत्य की राह चुनना ,प्रथम श्रेणी में रेल यात्रा और दांडी यात्रा कर नमक कानून को तोड़ना ।उक्त मंचन के साथ ही गांधी जी के प्रिय भजनो का गायन और वादन भी किया गया।
इस अभूतपूर्व प्रस्तुति में मोहन दास की भूमिका बीरबल सोनकर और कस्तूरबा की भूमिका स्नेहप्रभा शर्मा ने निभाई ।
उक्त कार्यक्रम का निर्देशन संजय एक्का ने और संयोजन महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका श्रीमती सीमा अग्रवाल ने किया
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (सी .टी. ई) रायपुर में दिनांक 14 सितम्बर 2018 को नए तरीके से हिंदी दिवस मनाया गया । बी.एड एवं एम .एड के छात्राध्यापको के लिए भारतीयों में मैं हिंदी अर्थात मेहंदी जैसी रची बसी हिंदी भाषा की महत्ता को दिखाने हेतु मेहंदी प्रतियोगिता आयोजित की गई।
हिंदी की परिपक्वता और इतिहास पर संस्था के शिक्षको ने बारी बारी से अपने विचार प्रस्तुत किये ।साथ ही
छात्रध्यापकों द्वारा स्वरचित हिंदी कविता और श्लोकों की प्रस्तुति दी गई।
उक्त कार्यक्रम की समन्वयक एवं मार्गदर्शक श्रीमती डॉ .सीमा अग्रवाल( सहा.प्राध्यापक) रही एवं मंच संचालन एम.एड के छात्राध्यापको वर्षा रानी गुप्ता और संजय एक्का के द्वारा किया गया। बोलचाल में हिंदी भाषा के कम इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए सभी छात्रों को संवाद एवं वार्तालाप हेतु हिंदी का ही इस्तेमाल करने निर्देशित किया गया जिसके चलते एक दिन में ही हिंदी के कई नवीन शब्द छात्राध्यापको ने सीखे ।