दिनाँक 27 जुलाई को शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर छात्राध्यापकों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें छात्राध्यापकों द्वारा प्राचार्य श्रीमान डॉ. शिवहरे जी का श्रीफल एवम पेन से सम्मान किया गया।
सभी छात्राध्यापकों ने विषयवार प्राध्यापकों की गरिमा ,उनकी खूबियों को अकादमिक सदस्यों के समक्ष उनके ब्यक्तित्व एवम कृतृत्व का फीडबैक दिया।
श्रीमान हुसैन सर जी तथा समस्त प्राध्यापकों को श्रीफल एवम पेन देकर सम्मानित किया गया।
संस्था के प्राचार्य श्रीमान डॉ. शिवहरे जी ने कहानी के माध्यम से आस्था की आवश्यकता पर चर्चा करते हुये जीवन मे गुरु की महिमा से अवगत कराएं तथा संस्थान में नवाचार के लिए समस्त छात्राध्यापकों व अकादमिक सदस्यों को शुभकामना प्रदान किए।
कार्यक्रम में छात्राध्यापकों सर्वश्री सोहन सिन्हा,पवन चन्द्राकर, मोहित वर्मा, संतोष वर्मा ,चंद्रिका ध्रुव, देवकी ठाकुर,निधि दुलानी,एवम विजय कुर्रे की सहभागिता रही।
दिनांक 20/07/2018 को शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के सभागार में एक दिवसीय ज़ोन स्तरीय विज्ञान सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमे 4 ज़िलों गरियाबंद,बलौदा बाज़ार, महासमुन्द ,रायपुर के शासकीय शालाओ से आये 7 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
उक्त सेमिनार का विषय औद्योगिक क्रांति 4.0:क्या हम तैयार है ?था। निर्धारित विषय पर सभी प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रस्तुत किये।
उक्त सेमिनार प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ .रवि शर्मा,डॉ.शीला दुबे,डॉ. चित्रा देशपांडे(सभी प्राध्यापक, शा.कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर) रहे।
प्रतियोगिता के अंत मे परिणाम घोषित किये गए जिसमे प्रथम स्थान पर कु.उर्मिला साहू और द्वितीय स्थान पर कु पायल गौतम रही
उक्त कार्यक्रम की संयोजक डॉ प्रतिभा देवांगन(सहायक प्राध्यापक, सी. टी. ई रायपुर) थी।
नवस्थापित अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम द्वितीय चरण के अंतिम दिवस पर मुख्य अतिथि डायरेक्टर एन.आई ओ .एस .रायपुर के अध्यक्ष श्री डॉ. ए .के.भट्ठ सर जी कहा कि मेरा 20 वर्षों का नवोदय विद्यालय का शिक्षक एवम प्रचार्य के रूप में अनुभव है जहां हिंदी मीडियम के ग्रामीण क्षेत्र से बच्चे आते है उनके साथ विश्वास पैदा करके अभिभावकों से व्यबहार कीजिएऔर आप जो चाहतेह उन्हें मोरल स्पोर्ट कर प्राप्त कर सकते हैं। विषयों को रटाने से बचे।जेंटलमैन होने का मतलब बताये टोपी ,कोट,शूट बूट से नही बल्कि धोती कुर्ता वाला व्यक्ति भी जेंटलमैन होता है जो उनका अपना व्यक्तित्व का परिचायक होता है ।सी .टी. ई .के प्राचार्य श्री डॉ. शिवहरे सर ने कहा किआपको आपने विद्यालय में क्वालिटी तैयार करना है तो उनके पालकों से जुड़िये।किसीभी मामले में कोईभी समस्या हो तो उसका समाधान हमारे मास्टर ट्रेनर्स का ग्रुप देंगें। उन्मुखीकरण का प्रारंभ क्लासरूम में महाविद्यालय की परम्परानुसार प्रार्थना व राष्ट्रगीत के साथ हुआ।साइंस के मास्टर ट्रेनर्स मंजू एस पिल्लई द्वारा पेपर फोल्ड करके खेल के माध्यम से कक्षा अध्यापन कराते हुये पाठ्यक्रम में आउटकम की जानकारी दी गई।
टेक्सटबुक के पेज नंबर 3 में आपने क्या पढ़ा ? अभ्यास प्रश्न को हल करने की समझ का विकास करने की क्षमता का विकास करना बताया। तथा N C F 2005 को विजन के साथ समझाया गया।
डॉली मैम ने बताया कि सीखना अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है।
सीखना पूर्वानुभव या पूर्व ज्ञान है। जब सीखे हुये कार्य को ब्यवहार में बच्चा लेने लगता है तो सीखना सम्पन्न होता है।
कक्षा छठवीं अभ्यास शाला डाइट रायपुर के बच्चों के साथ अंग्रेजी में वेजिटेबल्स नाम जानना बताया गया।
पूनम मिश्रा मैंम के द्वारा कहानी के माध्यम से एनिमल्स नाम और एनिमल्स अपनी आवाज कैसे निकालकर,क्या क्या कहते हैं बताया । साइंस में एक्सपेरिमेंट का माध्यम से विभिन्न विधि का उपयोग कर ऑडियो विसुअल मेथड,स्टोरी मेथड,एक्सपेरिमेंट मेथड, और इजी वर्ड मेकिंग मेथड,के माध्यम से शिक्षकों ने आत्मविश्वास में वृद्धि करना स्वीकार किया। अंग्रेजीविषय मास्टर ट्रेनर्स फरदीन सिद्दीकी ने अध्ययन करने के समय बच्चों को अंग्रेजी शब्द, वाक्य, को हिन्दीभाषा में ट्रांसलेट नहीं करने ,बच्चों को उन शब्दों का मिंनिंग अंग्रेजी में बताये और अंग्रेजी को अंग्रेजी भाषा में ही समझने का माहौल देने सिखाया जैसे mangoअंग्रेजी कॉन्सेप्ट को हिंदी में आम होता है करके मायने ना बताये ,mango का मॉडल,चित्र रखकर बच्चों को mango ही दिखाया , बताया जाय।TLM का उपयोग अधिक समय के लिये जानकारी को स्मृति पटल में स्थायी बनाये रखने के लिये बताएं।धन्ना देवांगन सर ने बताया कि हम जब अपने बच्चों को स्थानीय भाषा नही सिखाते हैं उससे दूरी बनाने का प्रयास करते हैं तब भी बच्चा कभी कभी अचानक अपने स्मृति पटल से घर से बाहर कीं सुनी हुई बातों या शब्दों को बोलने लगता है। चाहे वह आवेश में आकर हो या जिद में बोलता हो।ये एनवायरमेंट से ,लोकेलिटी से सीखता है। वर्षारानी गुप्ता ने कक्षा एक के बच्चों को व्हाट्स योर नेम ?जैसे प्रश्नों से नाम बताने,फ्रुइट्स नेम, की गतिविधियों के माध्यम से डेमो क्लास में समझाई।क्लास को ग्रुप में विभाजित कर, बास्केटबॉल की कल्पना कर दूसरे ब्यक्ति के पास उछालते हुए उनका नाम लेना है ।इस खेल से आउटकम एवम सामान्य उद्देश्य ,विशिष्ट उद्देश्य पूछा गया।
गणित विषय के मास्टर ट्रेनर्स जीवधन देवांगन सर ने विस्तार पूर्वक प्रमाण के साथ प्रारम्भ से ही गणितीय भाषा को अंग्रेजी में ही बताना ,समझाना ,शिक्षक का उद्देश्य होना चाहिए।पुस्तक में दिये गए अभ्यास को समझने तथा उसका अंग्रेजी माध्यम में गणितीय भाषा ज्ञान को को-रिलेटिव करना बताये।
चित्रों के माध्यम से बच्चों को अपने साथ सहभागिता करने ,प्रश्न करने,क्रिया- प्रतिक्रिया करने के लिए प्रोत्साहित करना बताये।
तथा असेंडिंग ,डिसेंडिंग नम्बर,किसी संख्या के पास एवम दूर की संख्या को जान सकने की कौशलों का विकास करना शिक्षकों को अपने कक्षा कार्य मे किस विधि से कैसे करने के लिये बच्चों के स्तर में जाकर प्रोत्साहित करना सिखाया।ऑब्जेक्ट को नम्बर के साथ मिलकर कांक्रीट जी सहायता से विभाजन,या वर्गीकरण के द्वारा बताकर रंगों के माध्यम से रेड,ब्लू , व्हाइट को बताया गया।
मैथ्स इज स्किल सब्जेक्ट।
मैथ्स इज सिम्बोलिक लैंगुएज, मैथ्स इज एब्सट्रैक्ट मैप,मैथ्स इज अल्गोरिथम बताया गया।
दिनाँक 11 जुलाई2018 को शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में विश्व जनसंख्या दिवस पर तत्कालीन भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई।
इस अवसर पर एम एड एवम बी एड के छात्राध्यापकों में जनसंख्या के प्रति जागरूकता लाने के लिये कार्यक्रम आयोजित किया जिसके प्रमुख विषय अपना परिवार नियोजन करो,भविष्य नियोजित करो।जनसंख्या, पर्यावरण, और विकास आपातकाल में संवेदनशील है।
जनसंख्या तथा " परिवार नियोजन एक मानव अधिकार "आदि थीमों पर आधारित विषय देकर छात्राध्यापकों न अपने विचार ब्यक्त किये ।
जिसमें प्रथम सतीश सोनकर ,द्वितीय स्नेह प्रभा शर्मा व तृतीय गौरवगिरी गोस्वामी ने प्राप्त किया।
कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती मधुदानी ने बताया कि मानव अधिकार है संभव सीमा तक विकास।परिवार बड़ा होगा तो मानव का भरण पोषण कार्यों में ही समय ब्यतीत हो जायेगा जबकि भारत के अंदर संगीत कार ,वादक, खिलाड़ी,शिक्षक,
योगाभ्यासी ,चित्रकार,आदि बनने के अंतर्निहित गन होते हैं।जिनका विकास करना ही मानव जीवन का उद्देश्य है -पूर्णता की प्राप्ति।
यही वर्ष 2018 की विश्व जनसंख्या दिवस की थीम भी है।
"परिवार नियोजन एक मानव अधिकार है ।"
उक्त कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य श्री डॉ. शिवहरे जी के संरक्षण में एवम मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकरनगर रायपुर में 29 जून 2018 को साहित्यिक गतिविधियों के अंतर्गत संत कबीर दासजी की जयंती धूमधाम से मनाई गई।
क्रांतिकारी युग निर्माता कबीर दासजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. सीमा अग्रवाल सहायक प्राध्यापक ने आज के जीवन में कबीर दासजी एवं उनके आदर्शो की प्रासंगिकता बताया। कार्यक्रम में सभी एम.एड. एवं बी.एड. के छात्राध्यापको के साथ रमेश कुमार नंद, संतोष वर्मा, टीकाराम चेलक, सुश्री जया पटेल ने कबीरजी के दोहो और साखियों की रोचक प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में प्रभारी प्राचार्य श्री पी.सी. राव, डाॅ. डी.एन. पाणिग्रही, श्रीमती देशपाण्डे, श्रीमती शेफाली मिश्रा, श्रीमती लता मिश्रा सहित सभी आचार्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन अमी सेानी बी.एड. द्वितीय वर्ष ने किया।