महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम
दिनांक 31.01.2017 एवं 01.02.2017
महाविद्यालय में वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रतियोगिता के स्वरूप में दिनांक 31.01.2017 से 01.02.2017 तक परम्परा अनुसार प्रशिक्षार्थियों को चार सदनों सत्यम, शिवम, सुन्दरम एवं मधुरम सदन में विभाजित कर किया गया जिसमें निम्न कार्यक्रम शामिल रहे - गायन (एकल, युगल, समूह), नृत्य (एकल, युगल, समूह), प्रहसन, एकाभिनय, फैंसी डेªस,
दिनांक 31.01.2017 को शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री राम सेवक पैकरा (गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री), श्री प्रमोद दुबे महापौर नगर निगम रायपुर की अध्यक्षता एवं श्री विजय कुमार बुधिया (अध्यक्ष, पायोनियर दैनिक), श्री चन्द्रभूषण शर्मा (अध्यक्ष राज्य शिक्षा आयोग रायपुर), डाॅ. आलोक शुक्ला (आई.ए.एस.), श्री अवध बिहारी दुबे (सेवानिवृत संचालक) के विशेष आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
प्राचार्य डाॅ. योगेश शिवहरे द्वारा महाविद्यालय की उपलब्धियाॅ बताते हुए प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा प्रशिक्षार्थियों के रचनात्मक कार्यों की पशंसा की गई तथा कार्यक्रम अध्यक्ष द्वारा अपने छात्र जीवन का संस्मरण सुनाते हुए इस महाविद्यालय की प्रशंसा की तथा रायपुर को सुन्दर बनाने हेतु आह्वान किया एवं लाइब्रेरी एवं धरोहर की प्रशंसा करते हुए रायपुर में भी अपने कार्यकाल के दौरान धरोहर का निर्माण करने की प्रेरणा ली।
आज के कार्यक्रम मंे इस महाविद्यालय के शिवम, मधुरम, सुन्दरम, सत्यम सदनों द्वारा एकल नृत्य, समूह गायन, युगल नृत्य, एकल अभिनय एवं युगल गायन की प्रस्तुतियाॅ सम्पन्न की गई।
निर्णायकगण श्री चंदशेखर दीवान, श्री आनंद पाण्डेय, श्रीमती अनुराधा उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती निशा मिश्रा द्वारा किया गया।
आभार प्रदर्शन श्रीमती जे. एक्का (प्राध्यापिका) शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर द्वारा किया गया।
दिनांक 14 फरवरी से 18 फरवरी तक शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के एम.एड. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने लखनऊ व इलाहाबाद का शैक्षणिक एवं ऐतिहासिक भ्रमण किया 15.02.2017 को एस.सी.ई.आर.टी. लखनऊ डाइट लखनऊ का भ्रमण किया जिसमें उनके कार्यो तथा उत्तरप्रदेश के शिक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त किये 16.02.2017 को लखनऊ के बड़ा ईमाम बाड़ा, छोटा ईमाम बाड़ा, रेजीडेन्सी, राममनोहर लोहिया पार्क, समाजिक समरसत्ता पार्क का भ्रमण किया 17.02.2017 को इलाहाबाद में आनंद भवन, स्वराज भवन, आजाद पार्क, संग्रहालय का भ्रमण कर भारत की पवित्र नही गंगा में स्नान करने के पश्चात् गंगा नदी के किनारे स्थित हनुमान मंदिर में हनुमान जी के दर्शन किये। 18.02.2017 को पूरा दल वापस हुए। 21.02.2017 को महाविद्यालय के प्रार्थना सभा में भ्रमण का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। लेखनीय है कि महाविद्यालय में प्रशिक्षार्थियों का यह पहला अन्तर्राज्यीय भ्रमण था इस सफल भ्रमण में 36 प्रशिक्षार्थी गए जिसका नेत्रृत्व संकाय सदस्य श्री संजय चतुर्वेदी ने किया प्रबंधन श्री नितिन तालोकर, संतोष कुमार तंबोली एवं राजेश चन्द्राकर ने किया भ्रमणोपरांत सभी गौरवान्वित होकर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. योगेश शिवहरे एवं भ्रमण प्रभारी सुनील मिश्रा के प्रति आभार व्यक्त किया।
महाविद्यालय में चाइल्ड लर्निंग कैम्प की तैयारी जोरो पर - दिनांक 28.02.2017 को आयोजित लर्निंग कैम्प की तैयारी के लिए 21.02.2017 को रायपुर शहर के 33 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की तैयारी हेतु बैठक रखी गई। इस बैठक में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. योगेश शिवहरे एवं कार्यक्रम समन्वयक श्री सुनील मिश्रा ने संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए। धरसीवां के बी.आर.सी.सी. श्री तिवारी जी ने भी प्रधानाघ्यापकों को निर्देश दिए।
एम.एड. चतुर्थ सेमेस्टर के प्रशिक्षार्थियों ने एस.सी.ई.आर.टी. एवं डाइट लखनऊ का शैक्षिक भ्रमण किया। शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय, रायपुर के एम.एड. चतुर्थ सेमेस्टर के 36 प्रशिक्षार्थियों ने संकाय सदस्य श्री संजय चतुर्वेदी के नेतृत्व में दिनांक 15.02.2017 को लखनउ के एस.सी.ई.आर.टी. एवं डाइट में शैक्षणिक भ्रमण किया इस दौरान एस.सी.ई.आर.टी. लखनऊ के निर्देशक डाॅ. सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह के साथ बातचीत कर उत्तरप्रदेश के शिक्षा व्यवस्था एवं एस.सी.ई.आर.टी. के कार्यो के बारे में जानकारी लिये तथा डाइट लखनऊ ने भी संका सदस्यों व बी.टी.सी. के प्रशिक्षार्थियों से बातचीत किया गया एस.सी.ई.आर.टी. एवं डाइट लखनऊ के संकाय सदस्यों ने छत्तीसगढ़ के विभागीय प्रशिक्षण का प्रसंशा किया।
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय, रायपुर में एन.सी.एफ 2009 पर आधारित नवीन पाठ्यक्रम की मंशा के अनुरूप कला की विधाओं को पाठ्यक्रम का अंतिम अंग मानते हुए, कक्षा शिक्षक में इनकी प्रभाविता और महत्व को देखते हुए रंगमंच तथा कला शिक्षा कार्यशाला का आयोजन दिनांक 10.01.2017 से किया गया। जिसमें कला की विभिन्न विधायें कक्षाकक्ष को संचालित करने तथा अधिगम को मजबूत करने के लिए किस तरह से महत्वपूर्ण है यह बताया जा रहा है। इस कार्यशाला/कैंप के उद्देश्य निम्नांकित हैं -
रंगमंच से संबंधित बारीकियों को जानना।
रंगमंच को कक्षा कक्ष की प्रक्रियाओं से जोड़ने की समाज विकसित करना।
कला शिक्षण से कक्षा शिक्षण को प्रभावी बनाना।
स्लो लर्नर तथा स्टोशल बच्चों के समावेशी कक्षा शिक्षण की समक्ष कला शिक्षण के माध्यम से बनाना।
नैसर्गिक प्रतिभा का विकास करना।
अभिव्यक्ति क्षमता का विकास करना।
कक्षा के माध्यम से शिक्षण संवेदनशीलता का विकास करना और कक्षा के बाह्य और आंतरिक
वातावरण को प्ररेणावाद बनाना।
कक्षा में प्रजातांत्रिक एप्रोच विकसित करना आदि।
महाविद्यालय के बी.एड. तथा एम.एड. के लगभग चार सौ प्रशिक्षार्थियों को चार समूहों में
विभक्त कर इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें रंगमंच तथा अन्य विधाओं के ख्यातिलब्ध स्त्रोत व्यक्ति श्री शिवदास जी घोडके, प्रोफेसर, ऐकेडमिक आॅफ थियेटर आर्टस यूनी. आॅफ मुम्बई (महाराष्ट्र) श्रीमती रचना मिश्रा,- छ.ग. फिल्म एवं विजुअल आर्ट सोसायटी, श्री सुहास बंसोड़- इप्टा (रायपुर), श्री क्रांति दीक्षित- छ.ग. विजुअल आर्ट सोसायटी इप्टा (रायपुर) श्री निशु पाण्डे - रायपुर इप्टा, श्री शिवाशीष चटर्जी- डिजायर डांस अकेडमी डायरेक्टर- छ.ग. श्री आकाश सोनी- राष्ट्रीय स्तर के क्लासिकल नृत्यकार, सूश्री अर्चना ध्रुव- भारतीय जन नाट्यसंघ- (भिलाई-इप्टा) तथा जगनाथ साहू- ज्वा. सेकेट्ररी इंडियन पी. थियेटर एसो. (भिलाई-इप्टा) प्रशिक्षार्थियों के साथ कला और कक्षा शिक्षण की प्रभाविता पर कार्य कर रहे है। आंशिक अभिनय, मिरट अभिनय, कुछ वाक्यों का त्वरित अभ्यास, चेहरे का भाव पढ़ना, शारीरिक मुद्राओं से कक्षा शिक्षण की बोझिलता को खत्म करना, विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ाना विषय वस्तु को नवीन माध्यमों से आत्मसात कराने का प्रयास कराना आदि बारीकियों पर विस्तार से कार्य किया जा रहा है।