आज दिनांक 31.10.17 को शासकीय शिक्षा महाविद्यालय सी .टी. ई. रायपुर में जनसँख्या शिक्षा एवं सतत विकास पर ’जोन स्तरीय’ विविध प्रतियोगिताऐं आयोजित हुई।कार्यक्रम का शुभारंभ श्री यू .के. चक्रवर्ती सहायक प्राध्यापक शिक्षा महाविद्यालय ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। इसके उपरान्त महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक श्रीमती शेफाली मिश्रा ने पर्यवारण संरक्षण एवं जनसँख्या शिक्षा पर अपने विचार व्यक्त किये। श्री चक्रवर्ती ने अनियंत्रित जनसँख्या वृद्धि को देश के लिए एक ज्वलंत समस्या बताते हुए देश और समाज के विकास में बाधक बताया। कार्यक्रम में जोन स्तरीय चार जिलों के 28 प्रतिभागियो ने हिस्सा लिया। विजेताओं की सूचि कुछ इस प्रकार रही
1. रोल प्ले
प्रथम - पंचम दीवान शासकीय कन्या उ.मा.वि. भाटापारा ज़िला बलोदा बाज़ार
द्वितीय -.शासकीय आदर्श उ.मा.वि. महासमुंद ज़िला महासमुंद
2. नृत्य नाटिका
प्रथम- पंचम दीवान शासकीय कन्या उ.मा. वि.भाटापारा ज़िला बलोदा बाज़ार
3. पोस्टर मेकिंग
प्रथम- शासकीय उ.मा.वि. दलदल सिवनी ज़िला रायपुर
उक्त कार्यक्रम के प्रायोजक एस. सी. ई. आर. टी. एवं संयोजन सी. टी. ई. रायपुर रहा ।
कार्यक्रम का आयोजन मैडम मधु दानी के संरक्षण में हुआ जिसको संपन्न कराने में महाविद्यालय के छात्रों की सहभागिता रही ।
आज दिनांक 30.10.17 को शासकीय शिक्षा महाविद्यालय सी .टी.ई. रायपुर के सभागार में ’कॅरियर गाइडेंस’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें रायपुर ज़िले के चारो विकासखंडों के चुनिंदा शालाओ के प्राचार्यो ने शिरकत की।
उक्त कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रो को 10+2 के बाद करियर निर्णय हेतु कैसे तैयार किया जाए और उनका मार्गदर्शन कैसे किया जाए इस पर रणनीति तैयार की गई ।
कार्यशाला के माध्यम से निकले सभी सुझावों को आगामी योजना में शामिल कर स्कूलो तक इसे पहुँचाया जाएगा जिससे सभी छात्र सीधे लाभान्वित हो सकें।
शासकीय विद्यालयो के प्राचार्यो के अलावा श्री ओ. बी. लारी उपसंचालक रोज़गार कार्यालय रायपुर एवं सेवानिवृत प्राचार्य श्री चंद्राकर और श्रीमती एस. एन. अली भी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। संस्था के प्राचार्य डॉ. योगेश शिवहरे ने प्रतिभागियों को संबोधित किया और योजना का उद्देश्य और महत्ता स्पष्ट की उक्त कार्यशाला श्री सुनील मिश्रा के संरक्षण में एम्. एड. के छात्राध्यापको द्वारा आयोजित की गई ।
दिनांक 27.09.17 को शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय सी.टी. ई. रायपुर के सभागार में एम्. एड. द्वितीय वर्ष के छात्राध्यापको ने कठपुतली संवाद एवं नाट्य विधा से अलग अलग दृश्यों के माध्यम से लिंग समानता पर प्रस्तुति दी।
उक्त कार्यक्रम में पगबंधी, दूध, महतारी, बैक सीट , शर्म , हल आदि नाट्य दृश्यों के माध्यम से समाज में लिंग भेद पर कड़ा प्रहार किया गया ।
अँधेरे से डर लगता है
थपकी दे कर आप ही सुला दो ना ’पापा’
और ड्राइवर की सीट पर जेंडर का नाम नहीं लिखा होता (संवादों ने बहोत तालियां बटोरी)
उक्त नाट्य प्रस्तुति का उद्देश्य विद्यालयों के माध्यम से समाज में फ़ैली लैंगिक असमानता को दूर करना था। छात्रों की इस जानदार प्रस्तुति से देखने वालों की आँखे भर आई ।
समन्वयक सुनील मिश्रा और संस्था के प्राचार्य डॉ योगेश शिवहरे जी ने इस प्रस्तुति से अभिभूत होकर छात्रों की भूरी भूरी प्रशंसा की और इस संजीदा विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय सी. टी. ई. रायपुर में आज दिनांक 25 सितंबर 2017 तृतीय लिंग ट्रांसजेंडर पर कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें छ. ग. ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड की सदस्या और ’मितवा’ एन जी यो की कार्यकर्ता विद्या राजपूत एवं रवीना बलिया ने समाज में अपनी स्थिति एवं अस्तित्व का एहसास करवाया। दोनों ने ही अपने शुरुवाती अनुभव खुलकर साझा किए ।
विद्या जी ने अपने वक्तव्य में बताया कि मन और शरीर के बीच का अंतर ही ट्रांसजेंडर है।जैसे जल और थल के मध्य उभयचर होता हैयदिन और रात के मध्य शाम होती हैे वैसे स्त्री एवं पुरुष के मध्य ट्रांसजेंडर होता है।
रवीना जी ने ट्रांसजेंडर के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एवं वर्तमान में केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कल्याणकारी कार्यो के विषय में विस्तृत जानकारी दी।
उक्त कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों में तृतीय लिंग लक्षण वाले बच्चो के प्रति संवेदनशील होकर उनका मनोबल बढ़ाने एवं किसी भी प्रकार के सामाजिक भेदभाव से उन्हें संरक्षित करना था।
संस्था के प्राचार्य डॉ. योगेश शिवहरे ने इस कार्यशाला के आयोजन के लिए सुनील मिश्रा और योगेश्वरी महाडिक की सराहना की और ट्रांसजेंडर के प्रति अपने विचार प्रस्तुत किये।
शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रायपुर सी.टी.ई. के सभागार में दिनांक 23 सितंबर 2017 को संस्था के प्राचार्य डॉ. योगेश शिवहरे की अध्यक्षता मे सत्रह डाइट के प्राचार्यो की बैठक आयोजित की गई । जिसमें एन.सी.टी ई द्वारा तय शिक्षा के नए मापदंड से समस्त डी.एल .एड एवं बी.एड. संस्थाओं की रूप रेखा तैयार करने के दिशा निर्देश दिए गए। साथ ही "TEACH R" ढांचा जो कि शिक्षक शिक्षा संस्थाओं के समग्र मूल्यांकन हेतु डिज़ाइन किया गया है और संस्थाओं के भौतिक अकादमिकय शैक्षिक अधिगम पहलु पर विशेष ज़ोर देता है एवं इस पर विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए ताकि संस्थान उक्त पेहलुओ के आधार पर भविष्य में होने वाले मूल्यांकन हेतु स्वयं को तैयार कर सकें एवं शिक्षक शिक्षा संस्थाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।