शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में जोन स्तरीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान सेमिनार, पश्चिम भारत विज्ञान मेला, प्रश्न मंच, शिक्षण सहायक सामग्री प्रदर्शनी एवं विज्ञान नाटिका प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 28/02/2024 को किया गया। इस आयोजन का मुख्य विषय ‘‘समाज के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी’’ था। आयोजन का शुभारंभ एस.सी.ई.आर.टी. संचालक आई.ए.एस. श्री राजेन्द्र कटारा के मुख्य आतिथ्य एवं अतिरिक्त संचालक श्री जे.पी. रथ के विषिश्ट आतिथ्य में हुआ।
जोन स्तरीय इस प्रतियोगिता में रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमंद एवं गरियाबंद जिलों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों का जिलेवार पंजीयन महाविद्यालय के प्रवेश द्वार पर किया गया। जिसमें प्रतिभागियों से पंजीयन प्रपत्र व मॉडल संबंधित सी.डी. जमा कराया गया। प्रतिभागियों व उनके मार्गदर्शकों को उनकी कक्ष व्यवस्था की सुविधा व प्रदर्शनी सामग्री के रखरखाव की सुलभ व्यवस्था की गई।
सभी प्रतिभागी तथा मार्गदर्शक शिक्षक अपने आबंटित कक्ष में प्रदर्शनी की तैयारी करने में व्यस्त हो गए। इन कक्षो में सभी के पृथक व्यवस्था को एम.एड. व बी.एड. के छात्राध्यापकों द्वारा संपादित कराया गया। प्रातः 11:30 बजे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आई.ए.एस. श्री राजेन्द्र कटारा, संचालक एस.सी.आर.टी. तथा श्री जे.पी. रथ, अतिरिक्त संचालक एस.सी.ई.आर.टी. का आगमन हुआ। महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में अतिथि द्वय के कर कमलों से फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए श्री राजेन्द्र कटारा जी ने बाल वैज्ञानिकों से कहा कि वे मौलिकता पर ध्यान दे, विभिन्न घटनाओं के पीछे की वैज्ञानिकता को पहचाने तथा खुद मे भरोसा रखते हुए भारत की समृद्ध संस्कृति और सभ्यता में वैज्ञानिक चिंतन के साथ अपना योगदान दे। संस्था प्रमुख श्रीमती पुष्पा किस्पोट्टा ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिता में भाग लेने से विद्यार्थियों एवं उनके मागदर्शक शिक्षकों के वैज्ञानिक कौशल में वृद्धि होगी व ऐसे आयोजित होन वाले अन्य कार्यक्रमों में बढ-चढकर हिस्सा ले। जोन समन्वयक डॉ. अर्चना वर्मा ने सभी अतिथियों को आयोजित होने वाले विभिन्न विधाओं के बारे में जानकारी दी तथा भाग लेने वाले प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। मंच संचालन करते हुए महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. डी.के. बोदले ने विज्ञान दिवस के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. सी.वी. रमन के योगदान को याद किया।
इस प्रदर्शनी की खास बात यह रही कि इसमें दिव्यांग बाल वैज्ञानिकों ने भी बढ-चढकर हिस्सा लिया। प्रदर्शनी के दौरान निर्णायकों के द्वारा बारी-बारी सभी विधाओ का निरीक्षण कर बाल वैज्ञानिकों से उनके प्रादर्शों के बारे में चर्चा कर जानकारी ली गई।
उपरोक्त कार्यक्रम के पश्चात् समय था कार्यक्रम के समापन का तथा बाल वैज्ञानिकों के विभिन्न प्रदर्श नियों में निर्णायकों द्वारा चयनित प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थानों की घोषणा करने का। उक्त चयनित बाल वैज्ञानिकों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु संस्था प्रमुख, राज्य समन्वयक व जोन समन्वयक द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। जोन समन्वयक डॉ. अर्चना वर्मा द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। समापन सत्र का मंच संचालन श्री शेष शुभ वैष्णव के द्वारा किया गया।