छत्तीसगढ़ राज्य शिक्षा आयोग के मार्गदर्शन में शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के समन्वय द्वारा शैक्षिक मड़ई 2022 का आयोजन विकास खण्ड प्रतापपुर, जिला सुरजपुर में होना सुनिश्चित किया गया। इसके क्रियान्वयन हेतु शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के छात्राध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया जिसमें प्रशिक्षक श्री तारकेश्वर देवांगन और श्रीमती प्रीति जैन थे। प्रशिक्षण शिविर का आयोजन दिनांक 7 मार्च 2022 से शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर में आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य -
1. वन स्टॉल वन कांसेप्ट।
2. क्रियाकलाप द्वारा खुद करके सीखना।
3. मनोरंजन के साथ सीखना।
4. तनाव मुक्त वातावरण में सीखना।
5. सीखना कैसे है यह सीखना।
6. सीखने की शुरूआत करना सीखना।
7. सीखने के प्रमुख प्रकार
8. शैक्षिक वातावरण का निर्माण।
9. खेल - खेल में शिक्षा को प्रोत्साहन देना आदि प्रायोजित था।
प्रशिक्षण शिविर दिनांक 7 मार्च से 18 मार्च तक चली जिसमें कुल 69 छात्राध्यापक थे। निर्मित सामग्री के अवलोकन हेतु डी. एड. छात्राध्यापक एवं शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर में समस्त आकादमिक सदस्य (विषय विशेषज्ञ) दिनांक 21 मार्च 2022 को उपस्थित हुए। अवलोकन उपरांत दिनांक 22, 23 मार्च को आवश्यकता अनुसार सुधार किया गया।
शैक्षिक मड़ाई के लिए कुल 9 विषयों के कठिन अवधारणाओं के 40 स्टॉल बनाये गये। लगभग 7 डण्म्कण् के भुतपूर्व छात्राध्यापकों ने सहयोगिता निभाई। शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर के प्राचार्य श्रीमती जे. एक्का, कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती योगेश्वरी महाडिक, आकादमिक मार्गदर्शक एवं सहयोग डॉ. डी. के. बोदले, डॉ. लता मिश्रा उपस्थित थे। 25 मार्च 2022 को सभी स्टॉलों को आयोजन स्थल पर सुव्यवस्थित किया गया।
26 मार्च 2022 को शैक्षिक मड़ई का शुभारंभ माननीय डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जी ने सरस्वती पूजन एवं शैक्षिक मड़ई पूजन के व्दारा किया गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम (अध्यक्ष छ.ग. राज्य शिक्षा आयोग, शिक्षा मंत्री छ.ग. शासन), डॉ. ओ.पी. मिश्रा (सचिव, छ.ग. राज्य शिक्षा आयोग), श्रीमती जे. एक्का (प्राचार्य शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर), कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती योगेश्वरी महाडिक एवं डॉ. डी. के. बोदले, डॉ लता मिश्रा, श्री कुमार सिंह देव(मंत्री प्रतिनिधि), श्री अनिल गुप्ता (विधायक प्रतिनिधि), श्री एम. एस. धुर्वे (बी.ई.ओ.), श्री साइमन तिर्की (ए.बी.ई.ओ.) अन्य अतिथि एवं शहर के अन्य गणमान्य प्रतिनिधि उपस्थित थे। ठण्म्कण् छात्राध्यापकों व्दारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया गया। तत्पश्चात स्टॉल का अवलोकन किया गया। साथ ही विकासखण्ड के स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों व्दारा स्टॉलों का अवलोकन करते हुए एवं गतिविधियों के माध्यम से अवधारणाओं को स्वयं करके सीखने में सफल तथा प्रोत्साहित हुए। कार्यक्रम के दौरान छात्राध्यापकों को अधिकारियों एवं शिक्षकों व्दारा प्रोत्साहन एवं स्कूली बच्चों व्दारा प्यार मिलता था। श्री जागेश्वर साहू और श्री सुमित पांडे के द्वारा कैरियर गाईडेन्स एवं पर्सनालिटी डेवलपमेंट के प्रति छात्रों को जागरूक किया गया।
27 मार्च 2022 को छ०ग० शिक्षा आयोग के अध्यक्ष तथा शिक्षा मंत्री, माननीय डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जी पुनः अपना बहुमुल्य समय शैक्षिक मड़ई में दिये। सभी स्टॉलों को बारीकी से अवलोकन किया। व्दितीय दिवस पर भी छात्राध्यापकों ने शिक्षा प्रद सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जिसे अतिथियों व्दारा सराहा गया।
28 मार्च 2022 को शैक्षिक मड़ई के अंतिम दिन डॉ लता मिश्रा और डॉ रचना दूबे ने बच्चों को नैतिक शिक्षा दी। एक्यूप्रेशर के विषेशज्ञ व्दारा बताया गया कि हम कैसे रोगों एवं बिमारियों से मुक्त हो सकते हैं। इसके बारे में अपने अनुभवों को साझा किया। सरगुजा के कमीश्नर श्री जी. आर. सुरेन्द्र जी ने स्टॉल का अवलोकन करके छात्राध्यापकों एवं बच्चों को प्रोत्साहित किया। मान. डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम जी के सानिध्य में शैक्षिक मड़ई का समापन समारोह प्रारंभ हुआ। रंगमंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। इसके बाद शैक्षिक मड़ई में कुछ अधिकारियों, शिक्षकों एवं छात्राध्यापकों को सहभागिता प्रमाण पत्र दिया गया। साथ ही विभिन्न शालाओं से आये हुए शिक्षकों, छात्रों, पालकों एवं बी. एड. छात्राध्यापकों के व्दारा फीडबैक दिया गया। माननीय डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जी को एवं अन्य अधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई और शैक्षिक मड़ई 2022 का समापन की घोषणा की गई।
शैक्षिक मड़ई मे पधारे विद्यार्थी, शिक्षक एवं समुदाय की अत्यंत सकारात्मक प्रतिक्रिया रही। भविष्य में भी इस तरह के आयोजन से सभी के समन्वय से बेहतर शैक्षिक वातावरण के निर्माण में सहायक होगें।