शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में आज दिनांक 23/0 2/19 को मुक्ता फाउंडेशन द्वारा बच्चों के लैंगिक शोषण से रोकथाम एवं भय मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत मुक्ता फाउंडेशन के संचालक डॉक्टर श्रीमती एन.वी. अश्वनी साइकोलॉजिस्ट,कु. शिवानी श्रीवास्तव चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट एवं डॉक्टर श्रीमती एस. श्रीवास्तव चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट ने छात्राध्यापकों को बच्चों के साथ होने वाले लैंगिक शोषण से अवगत कराया गया। हम अभी तक केवल गुड टच एवं बैड टच के बारे में बच्चों को बताते हैं परंतु लैंगिक शोषण करने वाले स्पर्श किये बिना भी अपनी अश्लील हरकतों से ग्रुमिंग द्वारा लैंगिक शोषण करते हैं तथा मानसिक प्रताड़ना देते हैं । उनसे भी बच्चों को सावधान करना होगा । बच्चे अपने साथ होने वाले लैंगिक शोषण से संबंधित कोई बात नहीं कर पाते हैं परंतु कुछ संकेत जरूर देते हैं उन विभिन्न प्रकार के संकेतों को सभी शिक्षकों एवं पालकों को समझने की जरूरत है । यह संकेत कई प्रकार के हो सकते हैं जैसे अचानक व्यवहार में परिवर्तन, किसी वस्तु पर गुस्सा निकालना, कोई नई हरकत करना इत्यादि इसके लिए बच्चों को डांटने के बजाय उन्हें समझने की जरूरत है लैंगिक शोषण केवल लड़कियों का ही नहीं होता बल्कि लड़कों के साथ भी होता है। अतः उन्हें भी सावधान करने की जरूरत है बच्चों को सेफ्टी रूल्स से अवगत करा कर लैंगिक शोषण की रोकथाम करने में सक्षम बनाना चाहिए इस कार्यक्रम में समन्वयक सहायक प्राध्यापक श्रीमती विजयलक्ष्मी एवं संस्था के अकादमिक सदस्य उपस्थित थे । मंच संचालन छात्राध्यापक श्री संजय इक्का कर रहे थे