दिनांक 25/03/2017 को शासकीय शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में ख्यातिलब्ध मनोचिकित्सक डाॅ. प्रमोद गुप्ता द्वारा प्रेरक उद्बोधन दिया गया सत्र में डाॅ. गुप्ता ने अर्जित गुणों की महत्ता बताते हुए बहुत ही रोचक ढंग से ज्ञान की तथा व्यवहार का फार्मूला बताया। उन्होंने सकारात्मक सोच को जीवन विकास का सबसे बड़ा कारण बताया।
डाॅ. गुप्ता ने महाविद्यालय के सभी छात्राध्यापकों को मानसिक शान्ति बनाए रखने के गुर बताए। डाॅ. गुप्ता ने महाविद्यालय के प्रबंधन की तथा प्राचार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
भगवान शिव तथा उनके परिवार का उदाहरण देत हुए उन्होंने विभिन्नताओं के संतुलन की बात समझाई।
शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने धैर्य को शिक्षकों का सबसे बड़ा हथियार बताया। और यह कहा कि सारे समाज की अपेक्षा उनसे ही है। इस दौरान उन्होंने बालकों के जीवन की विविध अवस्थाओं में इनके संतुलन के उपाय बताए।
सत्र के अंत में छात्राध्यापकों के द्वारा पूछे गए मनोवैज्ञानिक समस्याओं के समाधान डाॅ. गुप्ता ने बड़े ही रोचक एवं अनोखे ढंग से दिया।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के सहायक प्राध्यापक श्री के.के. शुक्ला ने आभार प्रदर्शन किया।