चेतना विकास मूल्य शिक्षा
परिचय शिविर 26.08.2016 से 02.09.2016
मनोज वर्मा और गोरीकांता साहू मेडम द्वारा बी.एड व म.एड (प्रथम व् दिव्तीय वर्ष दोनों के प्रशिक्षार्थियो) को दिया जा रहा हें|
इसमें मानव जीवन में शिक्षा और समझ को विकसित करने पर बल दिया जा रहा हें |
विभिन्न आकडों के दवरा इन्होने यह सिद्धकर दिया की हमारे पास प्रयाप्त प्राकतिक वस्तुए हें बस उन्हें समझदारी पूर्वक करने की आवश्यकता हें|
समय समय पर विभिनसूत्र भी दिए जा रहे हें जेसे मूलतःमानव गलती करना नही चाहता हें|
मानव का मानव के साथ सुख प्राप्ति के लिए किया जाने वाला कार्यक्रम व्यवहार हें|
मानव का शेष प्रकृति के साथ सुविधा प्राप्ति के लिए किया जाने वाला कार्यक्रम कार्य हें
"अपने पराये के बीच दिवार हटाये बिना सुख नही मिल सकता|"
"जो जिसका अपव्यय करेगा, वह उससे वंचित हो जायेगा |
आज का गलत से गलत इंसान कल कितना सही हो जायेगा ?इसकी हम कल्पना नही कर सकते, क्योकि हर इंसान कम-से कम 51% सही होता हें|